एम. के. मुथु का निधन: एक युग का अंत
19 जुलाई 2025 को चेन्नई में दिवंगत तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के सबसे बड़े पुत्र, अभिनेता एवं प्लेबैक गायक एम. के. मुथु का 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया Navbharat Live+2Amar Ujala+2News24 Hindi+2The Week+8Navbharat Live+8News24 Hindi+8। उनके निधन की खबर से तमिल फिल्म उद्योग और राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
एम. के. मुथु का जन्म जनवरी 1948 (संभवत: 14 जनवरी) में हुआ था, उनकी माता पद्मावती का निधन उन्हीं के जन्म के कुछ ही समय बाद हो गया था News24 Hindi+1Amar Ujala+1। वे करुणानिधि की पहली पत्नी के पुत्र थे, और उनके मामा कई प्रसिद्ध संगीतज्ञ थे।
सिने करियर और सांगीतिक योगदान
1970 के दशक की शुरुआत में ‘पिल्लैयो पिल्लई’ जैसी फिल्मों में उन्होंने मुख्य रूप से डबल रोल निभाकर बॉलीवुड में कदम रखा Amar Ujala+1News24 Hindi+1। फिल्मों ‘इनगेयुम மனிதர்கள்’, ‘समयालकारन’, ‘पूक्कारी’ में अभिनय के साथ-साथ प्लेबैक गायक के रूप में भी उनकी पहचान बनी। गाने जैसे “नल्ला मनाथिल कुढियिरिक्कुम नागूूर अंदावा” आज भी यादगार हैं News24 Hindi+1Amar Ujala+1।
फ़िल्मों में उनके चेहरे-आदायगी और अंदाज में स्पष्ट रूप से एमजी रामचंद्रन (MGR) से समानता थी। 1970 के दशक में उन्हें एम.जी.आर. का प्रतिद्वंद्वी बताकर विशेष रूप से फिल्म इंडस्ट्री में उतारा गया था The WeekHindu Tamil Thisai।
राजनीति और व्यक्तिगत विवाद
आगे चलकर वे अपने पिता की राजनीति से असहमत हो गए और एम.जी.आर की पार्टी AIADMK में शामिल हो गए। इससे पिता-पुत्र के रिश्तों में दूरियाँ आईं। हालांकि 2009 में जब उनकी सेहत बिगड़ी, तब उनके पिता करुणानिधि से बरामदगी हुई इस दूरियाँ मिट गईं ABP LiveThe Week।
निधन, अंतिम दर्शन और पारिवारिक श्रद्धांजलि
उनका निधन उम्र संबंधी बीमारियों के कारण हुआ। उनकी अंतिम यात्रा 19 जुलाई की शाम चेन्नई में आयोजित की गई। उनके पार्थिव शरीर को गोपालपुरम स्थित करुणानिधि परिवार के आवास पर श्रद्धांजलियों हेतु रखा गया था Amar Ujala+2News24 Hindi+2Navbharat Live+2। मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने बड़े भाई के निधन पर भावुक पोस्ट साझा की—“उन्होंने मुझे मां‑पिता के समान प्यार दिया था, उनका जाना मेरे लिए बहुत बड़ी क्षति है” News24 Hindi+2Navbharat Live+2Amar Ujala+2।
उत्तराधिकारी और विरासत
उनकी रिहाईश में परिवार और DMK नेताओं ने सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए। उन्होंने तमिल समाज, फिल्म और संगीत में एक विशिष्ट छाप छोड़ी। स्टालिन ने कहा कि मुथु कलाएँ, गानाओं और प्रेम के माध्यम से जनता के दिलों में हमेशा जिन्दा रहेंगे Navbharat Live।